मैं_करवाचौथ_कहूं
मैं तुम्हे करवाचौथ कहूं
तुम खुद को मेरा 🌙चांद समझ लेना
अगर मै 🌙 चांद कहूं
तुम खुद को समझ लेना
अगर मैं करवाचौथ कहूं
तुम मुझे देख लेना
अगर मैं देखूं तुम्हे
तुम खुद को 🌙चांद समझ लेना
करवा चौथ कहूं
तुम मेरा दीदार समझ लेना
मुबारक कहूं तुम्हे
तुम बस मुस्कुरा देना
मैं निर्जला व्रत कहूं तुमको
तुम समर्पण समझ लेना
वो 🌙चांद जल उठेगा आज देख लेना
मेरे इस 🌙चांद को देखकर
चांद की टकटकी में रहो तुम
मै तुम्हे ताकता रहूं हरदम
दिन भर तपती गरमी💥 में तुम
मेरा भी होना समझ लेना
प्यार को प्यार हो जाए
तुम मुझे ऐसा समझ लेना
करवाचौथ भले है आज
लेकिन तुम 🌙चांद हो मेरा
सदियों तक निहारता तुम्हे
एक तलबगार हूं तेरा
मैं 🌙चांद कहूं
तुम खुद को समझ लेना ।
मैं करवाचौथ कहूं
तुम खुद को मेरा 🌙चांद समझ लेना
@ डॉ. विकास चन्द्र मिश्र