नव वर्ष गीत-एकता गुप्ता *काव्या*

**नव वर्ष उत्सव**
“गीत”

नूतन वर्ष है आया
लेकर खुशियां अपार
करिए अभिनन्दन नववर्ष का
चहुंओर ले आए प्रेम की बहार
दो पल का जीवन का है
यू हीं मत करिए बेकार
वसुधैव कुटुंबकम् की महत्ता का
करना है हमको विस्तार
ज्ञान का दीपक हम जलाकर
मिटाएं मन का अन्धकार
बड़े बुजुर्गों की ऑंखों से अब
और बहने न देंगे अश्रुधार
फैली कुरीतियों, बुराइयों का
आओ मिलकर करें संघार
नैतिकता की डगर चलें हम
करें अपनी गलतियों मे सुधार
स्वयं जाग्रत हो, जागरूक करेंगे
करना है सबसे सद्व्यवहार
मान बढाएं अपनी संस्कृति का
खुशियों से भरा हो घर संसार
सार्थक करें मानव जन्म हम
ईश्वर का व्यक्त करें आभार

स्वरचित एवं मौलिक रचना
—एकता गुप्ता *काव्या*
उन्नाव उत्तर प्रदेश

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