नव वर्ष पर बेरोज़गारी दूर हो
नया साल एक बार फिर स्वागत है तुम्हारा,
खुशियों से भरा रहे यह जग सारा।
दुख ना हों कहीं भी, ना हो कोई ग़म,
देश हो सुखी नई डगर हो नया सवेरा,
नया साल एक बार फिर स्वागत है तुम्हारा,
ना हो कोई भूखा ना आँखो में आँसू हो,
सब घरो में खुशियाँ और हसी की गूँज हो।
मिलता रहे सबको फिर एक दूजे का सहारा ,
नया साल एक बार फिर स्वागत है तुम्हारा।
सुरक्षित हो हर नारी का घर आंगन,
दूर्योधन का ना हो फिर कहीं निवास।
रावण की लंका फिर से ना बन पाए कहीं,
बहू- बेटियो को मिले सुरक्षित सहारा।
नया साल एक बार फिर स्वागत है तुम्हारा।
नौकरी के लिए फिर ना हो मारा मारी,
परीक्षाएँ रद्द ना हो फिर बारी – बारी।
बेरोज़गारी समाप्त हो जाए देश से,
सबको मिले आजीविका का सहारा।
नया साल एक बार फिर स्वागत है तुम्हारा।।
शाहाना परवीन…✍️
पटियाला पंजाब