नव वर्ष उत्सव
काव्य प्रतयोगिता
World of writers
दस्तक दे रहा नूतन वर्ष,
कर्म क्षेत्र का आकलन करें ।
बीत गया का कर चिंतन,
नूतन का अभिनंदन करें ।।
हंस बनकर चुगले साथी,
समय समय के मोती को।
समय रेत की फिसलन है,
चुकेगा पछताएगा।।Read your life
लक्ष्य तेरा मंजिल ही है तो,
गति पावों को देनी है।
थक कर राही बैठ गया तो,
तू पीछे रह जाएगा।।
तिनका तिनका जुड़ता है
तब नीड खगों का बनता है,
पल पल को यदि जोड़ेगा तो
तू आगे बड़ पाएगा।।
एक एक पल की गांठ बांध ले
ये पल कीमती मोती है।
वक्त समन्दर बहा न ले
जीवन की इस थाती को ।।
। ।।।।।।।पुष्पा पालीवाल कांकरोली राजसमन्द से🙏
अति उत्तम हस्ताक्षर सुन्दर शब्द चयन सार्थक रचना ❤🙏
अति सुन्दर काब्य रचना
अति सुन्दर
Very nice and thoughtful expressions through words… excellent
बहुत सुन्दर एवं मनमोहक रचना हैं पुष्पाजी
बहुत शानदार और मनमोहक प्रस्तुति है
बहुत शानदार रचना
बहुत खुब रचना
अति सुन्दर भाव लिए सृजन 👍🌷🙏
शानदार
🙏🏻👌🏻
Bhut sunder
Bahut hi sundar rachna 🙏🎉🎉
Bahut hi sundar rachna 🙏🎉
Ati uttam
सार्थक रचना गागर में सागर समाहित है 🙏