*विषय :नववर्ष **
नया साल है आने वाला
कितना कुछ है बदलने वाला
बीते बरस के खौफनाक
मंजर ना फिर कोई देखें
किसी के अपने का साथ ना छूटे
किसी के सपने का महल ना टूटे
आगामी बरस खुशियाँ लाये
बीते बरस की यादें दूर कर जाये
तिथि तारीख महीने बदले
किंतु किसी का अपना ना बदले
खुशहाली छाए अँधेरे को हटा जाये
सूरज की नई किरण एक आशा लाये
उम्मीद की राह सबको दिखाए
बस नया बरस ऐसी राह दिखाए
हेमा जैन