सबकी नजर में
कविता सबकी नजर में सबकी नजर में, मैं हूँ आजकल, सबको नजर में, रखा करूँगा। सबकी नजर…। नहीं गिराऊँगा, नजर …
कविता सबकी नजर में सबकी नजर में, मैं हूँ आजकल, सबको नजर में, रखा करूँगा। सबकी नजर…। नहीं गिराऊँगा, नजर …
प्यार करके लोग नजर के तीर बदल लेते है तकदीर से अपनी जिंदगी की ये तस्वीर बदल लेते है प्यार …
आज कल मोहब्बत में पहले सी बात कहां आज कल मोहब्बत में पहले सी बात कहां बताओ सच्ची मोहब्बत मिले …
मेहनत करने वालों के आगे दौलत भी शीश झुकाती हैं खामोशी से कड़ी मेहनत करने वालों की सफलता शोर मचाती …
नारी तुम अबला नहीं, तुम एक सबला नारी हो। तुम में पूरे वीरता के गुण समाये, इसलिए तुम झांसी की …
कविता “सूर्य उदय” ठंडी ठंडी हवा चली। मिलजुल कर उपवन में मस्ती चढ़ी। फूल देख कर कालिया मुस्कुराई देखो नई …