जिन्दगी से दोस्ती कर लीजिए
जिन्दगी में खुशियों के फूल खिल जायेंगे!
रास्ते के सभी कांटे फूल बन जायेंगे!!
खुल कर जियो अपनी जिंदगी ये पल तुम्हें खुशनुमा नजर आयेंगे!
एक बार यह कदम उठा कर तो देखिये!!
“जिदंगी से दोस्ती कर तो लीजिए”
जिदंगी का सफर यू ही सरल नहीं होता है!
इसमें कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है!
आप जिंदगी से चाहते क्या हो ये सोचने में वक्त बर्बाद मत कीजिए!!
“जिदंगी से दोस्ती कर लीजिए”
आओ मुस्कुराओ हंस लो इस जहा में!
कुछ पल दो पल ही सही मुस्कुराइये!!
“जिदंगी से दोस्ती कर लीजिए”
कुदरत ने क्या खजाना दिया है!
वेमिशल यह जहां बनाया है!!
इसे मुस्कुरा कर तो देखिये!
“आओ जिंदगी से दोस्ती कर तो लीजिए”
टच कर पढ़िए कर्म क्या है और कर्म कैसा होना चाहिए
क्या कहता है जमाना ,जमाने की फ़िक्र तो छोडिये!
वे फ़िक्र होकर कुछ अल्फाज़ अपने भी बोलिये!!
“आओ जरा जिंदगी से दोस्ती तो कर लीजिए”
पाने का जिक्र क्या है, खोने की जिक्र छोड़िए!
जिदंगी दो पल की है इसको खुशनुमा बना दीजिये!!
“जिदंगी से दोस्ती कर तो लीजिए”
सुंदरी अहिरवार
भोपाल मध्यप्रदेश….