कविता चांद मुझे बहलाया

चांद मुझे बहलाया काविता आज भी मेरे लिए , आसमां में चांद आया आज फिर देख उदास , मुझे चांद था बहलाया।। अपनी रौशनी से चांद मुझे रोज रौशन करता चांद से अपनापन पाके दिल मेरा था मुस्काया।। जाना , समझा हमने भी अब इस ज़माने को अपने तोड देते जब , तब सहारा बन … Read more

कविता आंचल

आंचल कविता/शायरी ऐ आंचल तेरी छाया में, पहले पहल जिया जीवन में इकलौती छाया, तुमने हमें दिया यहां विधाता भेजा हमको, दुनिया की दर पर छुप छुप जाता आंचल तुझमें, नहीं लगे तब डर लगता जैसे तूं ही घर,जब मैं जग में आया रही सुरक्षित तुमसे तो, मेरी अपनी काया मां के दुःख के आंसू … Read more

दीप प्यार का जलाने चला हूं

दीप प्यार का जलाने चला हूं मुस्कानों के मोती लुटाते दीप प्यार का जलाने चला हूं। खुशियों से भरे दामन मेरा रिश्तो को निभाने चला हूं। दीप प्यार का जलाने चला हूं गीतों की रसधार लिए गीत कोई गुनगुनाने चला हूं। शब्द सुधारस प्यार की कविता कोई बनाने चला हूं। प्रित प्रेम के तराने लेकर … Read more

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस-2022

Lakhan

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस-2022 “एकता-दिवस” (कलाम) स्थापना दिवस पे, गीत गा रहे हैं हम । भाईचारा एकता दिवस,मना रहे हैं हम ।। —- संदेश नवम्बर का महिना, दे रहा हमें । विश्वास उन्नति की ओर, जा रहे हैं हम ।। —– अपार वन की सम्पदा,और खनिज हैं । वरदान प्राकृति का यहां, पा रहे हैं … Read more

युवाओ होश में आओ- नशा से बच के रहना है – लखन

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नशा मुक्ति गीत वतर्ज–बहारो फूल वर्षाओ, मेरा महबूब आया है ।। ********* युवाओ होश में आओ,नशा से बच के रहना है । नशा मृत्यु का गहना है । बचा अनमोल ये जीवन,दीर्घायु जग में रहना है । नशा मृत्यु का गहना है ।।टेक —– गांजा,दारु-तम्बाकू, नशीली वस्तु सेवन से । असर मस्तिष्क में होगा, खुशी … Read more

लखन कछवाहा स्नेही की गजल पढ़िए

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// ग़ज़ल // —————- धुन- तुम तो ठहरे परदेशी,साथ क्या निभाओगे,……। —-०—–०—- ज्ञान रूपी गहनों से,बच्चों को सजाना है । ज्ञान दीप से ज़ीवन,इनका जगमगाना है ।। —– बगियां-ए-इन्सां सुमन, की बहार हैं बच्चे । ज्ञान रूपी खुशबू से, बगियां महकाना है ।। —– भोले हैं निष्कपट हैं, निष्पाप हैं बच्चे । निर्मलता बच्चों की, … Read more

दशहरा पर अरविंद अकेला की कविता

कविता अपने दिल में छिपे रावण को मारो दुराचारी रावण को जलाते हैं सभी , दशहरा में हर बार, पर नहीं जलाते हैं कभी, अपने अंदर का अहंकार। दुराचारी रावण को जलाते हैं…। जलाते हैं सभी मेधनाथ को, पर नहीं जलाते हैं उसके दुर्विचार, जलाते सभी कुम्भकर्ण को यहाँ, पर नहीं जलाते अपने दुर्व्यवहार। दुराचारी … Read more

दशहरा राम विजय त्यौहार-आरती तिवारी सनत

दशहरा राम विजय त्यौहार दशहरा राम विजय त्यौहार… अधर्म पर धर्म की विजय.. विजयादशमी का पावन त्यौहार.. दशानन का संहार कर राम विजय.. अश्विन मास दशमी तिथि राम.. बुराई का अंत समाज स्वच्छ हो.. अपनी मर्यादा में रहने की सीख.. जब अमर्यादित हुआ रावण.. विवेक ज्ञान भय सब शून्य .. कुल का अन्त बचा ना … Read more