कविता -आओ बनायें एक ऐसा हिन्दुस्तान
कविता आओ बनायें एक ऐसा हिन्दुस्तान आओ बनायें एक ऐसा हिन्दुस्तान, जहाँ नहीं हो कोई हिन्दु,मुसलमान, रहें जहाँ पर सिर्फ …
कविता आओ बनायें एक ऐसा हिन्दुस्तान आओ बनायें एक ऐसा हिन्दुस्तान, जहाँ नहीं हो कोई हिन्दु,मुसलमान, रहें जहाँ पर सिर्फ …
कहा था ना मिलेंगे *आइये न मेरे प्रीत जहाँ पर पहले हम मिले थे…….* ———— अनन्त अनन्त जन्मों पूर्व ! …
कविता “आत्मविश्वास” “संघर्ष से शीर्ष तक” दिव्य तुम ही ज्वाला तुम ही महज निर्णय तुम्हें करना। संघर्ष से शीर्ष तक …
शीर्षक “नववर्ष हर मास हो” नव बंसत का हो स्वागत, हर ओर पल्वित हो जीवन! मधुमास सदा मधुरस सा हो” …
“अपना घर” ********* अपना घर ही स्वर्ग है अपना । स्वर्ग का देखें न दूजा सपना ।। ***** स्वर्ग आवास …
कितना आसान है किसी को आहत करना, जले पर नमक छिड़कना । पर जरा सोचिए कोई आपको यूँ आहत करेगा …