* हे भगवान आये अच्छा नया वर्ष है *
**************************
*कविता*
—————————————-
हे भगवान हमारी विनती,
आये अच्छा नया वर्ष है ।
पिछले सब दुख दर्द मिटा दो,
छाये जग आनन्द हर्ष है ।
काम करें सब मिलकर भाई,
चलें मिला कंधा, कंधे से ।
बेरोजगार रहे न कोई,
लग जायें सब जन धंधे से।
नये वर्ष दुनियां में खाली,
नहीं किसी का रहे पर्स है।
पिछले सब दुख दर्द मिटा दो,
छाये जग आनन्द हर्ष है।
माहौल बदल जाये जग का,
आने वाले नये वर्ष में ।
हे ईश्वर सुख शांति दीजिए,
देश न कोई रहे कर्ष में ।
हर मानव मानव बन जाये,
हर जन में हो देव दर्श है ।
पिछले सब दुख दर्द मिटा दो,
छाये जग आनन्द हर्ष है ।
@ लक्षमीनारायण कुशवाह
‘समदर्शी’
धौलपुर, राजस्थान ।