नई दिल्ली
एम वी फाउंडेशन रजि० (मातृका स्वराष्ट्र गौरवम) के तत्वावधान में 23 सितंबर को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी पर आयोजन किया गया
*राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत वीर रस के महान कवि राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर उनको शत शत नमन किया*
काव्य रसों की धारा बही
मंच गुंजायमान हुआ
गजल अपने हिसाब से जीने में मजा है
नई दिल्ली एम वी फाउंडेशन दिल्ली रजि० मंच की अध्यक्ष प्रीति हर्ष जी की अध्यक्षता में यह आयोजन किया गया गणपति स्तुति, मां सरस्वती की वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। भारत भर के विभिन्न राज्यों से साहित्यकारों ने अपनी सहभागिता की सभी ने एक से बढ़कर एक अपनी प्रस्तुति दी सभी ने राष्ट्रपति रामधारी सिंह दिनकर को याद किया वह एक लेखक निबंधकार और ओज कवि थे।
उनकी रश्मिरथी परशुराम का इंतजार उर्वशी चार अध्याय इत्यादि रचनाओं को भी साहित्यकारों ने खूब सराहा।
लगभग 100 कवियों ने अपनी सहभागिता की। सभी प्रतिभागियों को
*मातृका काव्य सम्मान* से सम्मानित किया गया। मंच की अध्यक्ष प्रीति हर्ष जी ने बहुत सुंदर उद्बोधन दिया कहा कि लेखक और लेखन के क्षेत्र अनेकों साहित्यकार हैं।
लेकिन रश्मि रथी जैसा लिखने वाला दुबारा कोई कवि नहीं हुआ। आज सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है दिनकर जी को पढ़े बिना साहित्य पूर्ण नहीं हो सकता है ऐसा मेरा मानना है। सभी साहित्यकारों ने अपने अपने विचार भाव अर्पण किए कोटि-कोटि नमन किया और सुंदर काव्यांजलि अर्पित की। अंत में आभार ज्ञापन निदेशक आरती तिवारी सनत जी ने किया।सभी साहित्यकारों को प्रोत्साहन दिया सभी की लेखनी को खूब सराहा गया।उनकी उज्जवल भविष्य की कामना की उन सभी की लेखनी को साधुवाद किया नमन किया अंत में राष्ट्रीय गीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। आगे भी इस तरह के आयोजन मंच द्वारा आयोजित होते रहेंगे।