*नववर्ष उत्सव*
*नववर्ष में नव स्फूर्ति*
————————
नूतनवर्ष फिर आया
खुशियों का व्यवहार लाया,
नये वर्ष का स्वागत कीजिए
अपने में कुछ नया, कुछ अलग
आत्मविश्वास पैदा कीजिए।
कुछ नया करने का
औरों से अलग दिखने का
प्रयत्न भी तो कीजिए,
केवल उल्लास मनाना ही
नववर्ष का संकेत नहीं
बीते वर्ष से कुछ अलग,कुछ विशेष
करने का संकल्प भी कीजिए।
खुद के लिए ही नहीं
परिवार, समाज,राष्ट्र के लिए भी
अपनी जिम्मेदारी निभाइए,
नववर्ष की खुशियों को
अपने जीवन के मापदंड
परखते रहने का आधार बनाइए।
✍ सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा(उ.प्र.)
8115285921
©मौलिक, स्वरचित