नया वर्ष नया उमंग-नया
वर्ष नया उमंग लाया।
ढ़ेरों खुशियां को है लाया।
कुछ सोचे कुछ करे नया।
सबकी ख़ातिर हो दया।
आगे बढ़ने का करें प्रयास।
सब पर हम करे विश्वास ।
उम्मीदों की फसल लगाए
सपनों के हम दीप जलाए।
दुःख की बातों को भी भुलाए
मन में प्रेम के भाव जगाए
।आगे बढ़ने की कोशिश रहे
अपने कर्म का ध्यान करूं।
ईश्वर का गुणज्ञान करूं
।आगे ही बस चलता जाऊं।जिंदगी थमती नहीं,
आगे कदम संभालते जाऊं।
सपनों को साकार करूं।
ऊंची बस उड़ान भरूं।
आसमां को छू लूं।
चंद पल की जिंदगी।
जी भर के जी लूं।
वर्ष नया आया।
खुशियों का उपहार है लाया
नयें वर्ष की आगमन में।
हाथों में फूल सजाओं।
फस्ट जनवरी कमाल करे।
हैपी न्यू ईयर धमाल करे।
पार्टियां मनाए लोग।
खेत मे लगाए भोग।।।।
ऋचा कुशवाहा गोपालगंज बिहार