नव वर्ष-डॉक्टर लीला दीवान

2022 नव वर्ष

**गीत**
गया दिसंबर आई जनवरी
आया नव वर्ष का प्रभात

सबका अभिनंदन

सबका अभिनंदन

गया दिसंबर आई जनवरी

मुझे ना भाऐ जनवरी

इसी जनवरी में मेरा मुझसे रूठा

मेरा सुहाग मुझसे लूटा

चूड़ियां कंगन बिंदिया छुटी

छुटे सोलह सिंगार

मुझे ना भाऐ जनवरी

कैसे इसका अभिनंदन करलू

लूट गया मेरा संसार
मुझे ना भाऐ जनवरी

देवर मेरा गया,
जेठ मेरा गया
कोरोना की भेंट चढ़ गया।

मुझे ना भाऐ जनवरी

कैसे नववर्ष मनाऊं

यही जनवरी का महीना था।

बिंदिया मुझसे छूटी बिछिया मेरे टूटी

पायल ने किया हाहाकार

मुझे ना भाऐ जनवरी

यह मेरे घर का नहीं हाल
पूरा विश्व हुआ है। बेहाल

कैसे नववर्ष का अभिनंदन कर लूं

नहीं बीते हैं। अभी दो साल मुझे ना भाऐ जनवरी ।

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स्वरचित✍️ डॉक्टर लीला दीवान जोधपुर राजस्थान

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