नया साल – सीमा वर्णिका

नया साल

आखिर बीत गया साल पुराना
अब नए वर्ष का नया तराना,
चक्रव्यूह में घिरा गया है देश
अब के वर्ष है बाहर आना ।

कोरोना का संकट भारी
देश ने की बहुत तैयारी,
साफ सफाई और दूरी से
महामारी भी थक कर हारी ।
Read your life

आत्मनिर्भर भारत का नारा
सैन्य बल से देश संवारा,
शत्रु आँख उठा ना पाए
शक्तिमान बना देश हमारा।

नई शिक्षा नीति आई
ऑनलाइन हुई पढ़ाई ,
तकनीकी घर घर पहुंची
हर बच्चे ने कलम उठाई ।

राजनीति की उथल-पुथल
किसानों का विरोध प्रबल,
कहीं मंदिर कहीं मस्जिद
समस्याओं का मिलेगा हल ।

वक्त अविराम चलता रहता
कभी एक सा नहीं रहता,
कल सब अच्छा होगा
रुको नहीं संदेश है कहता।

मेरा देश है बड़ा महान
कितने हो इसके इम्तहान ,
हारना इसने सीखा नहीं
इसकी मिट्टी में है वरदान ।।
सीमा वर्णिका
कानपुर उत्तर प्रदेश

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