मैं रहा पीछे मगर आगे ज़माना रह गया
*🌷⚘🥀🌹ग़ज़ल🌹🥀⚘🌷* बोझ हिस्से में मिरे सर पर उठाना रह गया मैं रहा पीछे मगर आगे ज़माना रह गया थे बुलंदी पर सितारे तो ज़माना साथ था मुफलिसी आई तो बस नजरें चुराना रह गया अब बुजुर्गों की दुआएँ कौन लेता है यहाँ सब गए शादी में घर बूढ़ा पुराना रह गया दिल में उसके आरज़ू … Read more