रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर विशेष

परम आदरणीय कवि रामधारी सिंह ‘ दिनकर ‘ जी को उनकी जयन्ती के अवसर पर सहृदय सादर कोटिशः नमन है तथा उनकी अतीव कृपा हम सब पर बरसती रहे यही हमारी उनसे कामना है । कलियुग में रामरूप धारण कर , इस भारतीय जब धरा पर आए । हर्षित पुलकित तब यह धरा थी , … Read more

बढ़ती जनसंख्या

बढ़ती जनसंख्या! महंगाई, बेरोजगारी नित्य बढ़ा रही है जनसंख्या, सरकारी मंसूबों पर पानी फेर रही है जनसंख्या। शिक्षा,अस्पताल,सड़क की कमी खल रही है आज भी, रोज-रोज का सुख-चैन मेरा छीन रही है जनसंख्या। रोज बढ़ा रही है जनसंख्या हम दो हमारे दो के सिद्धांत पर फिर से करो अमल, मौत के साये को देखो रोज … Read more

कविता दुनिया के मालिक

हे! दुनिया के मालिक! हे! दुनिया के मालिक मेरी अम्न-ओ-अमान से झोली भर दे। फिजा न माँगे भीख कहीं, खुशबू से उसको भर दे। नदियों खून बहाया हमने, तब जाकर मिली आजादी, चमन का खून करे न कोई, रोक नफरत की आँधी। टूटे न कोई तार प्यार का, डगर मेरी आसान तू कर दे, हे! … Read more

कविता रिश्तों की डोर

कविता रिश्तों की डोर पक्के रिश्ते वायदों के मौहताज नहीं होते। बेशर्त रिश्ते, खुद की राह खोज हैं चलते। रिश्तों को भी जरूरत होती है। बस दो लोग चाहिए, एक वो जो समझ सके, दुसरा निभाना जाने, वहीं निभाते रिश्ते हैं। खुशियां कहती है, मैं बांटने के लिए हूँ, समेटने के लिए नहीं। समेटने से … Read more

सबकी नजर में

कविता सबकी नजर में सबकी नजर में, मैं हूँ आजकल, सबको नजर में, रखा करूँगा। सबकी नजर…। नहीं गिराऊँगा, नजर से तुमको, नहीं किसी की, नजर से गिरूगा। सबकी नजर में…। नजरें चुराना, सीखा नहीं हमने, सबसे मैं नजरें, मिलाया करूंगा। सबकी नजर में…। क्लिक कीजिएप्यार करके लोग नहीं भूलूंगा कभी, नजर से तुमको, ताउम्र … Read more

प्यार करके लोग

प्यार करके लोग नजर के तीर बदल लेते है तकदीर से अपनी जिंदगी की ये तस्वीर बदल लेते है प्यार करके लोग अपने हाथों की लकीर बदल लेते है | तकदीर से तकदीर मिलाकर ये तकदीर बदल लेते हैं | अगर तकदीर से तकदीर मिल जाती है यारों इनकी तकदीर से अपनी जिंदगी की ये … Read more

मां मेरी मां तू जग का आधार है_अतुल अविरल

माँ मेरी माँ तू जग का आधार है, उत्पन्न तुम्हीं से होता लय यह संसार है, नव दुर्गा रूप आती मां भवानी हम पर लुटाती तू भरपूर प्यार है । माँ मेरी माँ तू ******** (१) प्रथम रूप में शैल पुत्री सोहे, चेतना का रूप सर्वोत्तम स्थान है, त्रिशूल हस्त और पद्म सुशोभित , शिव … Read more

श्री राम प्राकट्योत्सव_चंद्रप्रकाश गुप्त

शीर्षक -श्री राम प्राकट्योत्सव (समस्त देशवासियों को श्री राम जन्म रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं) नवदुर्गा माता की नवधा भक्ति, शक्ति साधना से अद्भुत अलौकिक प्रकटे मन वचन कर्म के पक्के, श्री राम ने मनुजता के दर्द समेटे अटपटे *नवमी तिथि चैत्र मास पुनीतम, भये प्रकट बाल स्वरूपम* *भव भय भंजनम, निर्गुण, सगुण,विषम,सम रूपम* *मार्तंड वंश … Read more