मध्य प्रदेश स्थापना दिवस-2022

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मध्य प्रदेश स्थापना दिवस-2022 “एकता-दिवस” (कलाम) स्थापना दिवस पे, गीत गा रहे हैं हम । भाईचारा एकता दिवस,मना रहे हैं हम ।। —- संदेश नवम्बर का महिना, दे रहा हमें । विश्वास उन्नति की ओर, जा रहे हैं हम ।। —– अपार वन की सम्पदा,और खनिज हैं । वरदान प्राकृति का यहां, पा रहे हैं … Read more

पन्द्रह दिन दीवाली लखन कछवाहा

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ताजी रचना पन्द्रह दिन दीवाली दीवाली के पर्व की,कहां तक करूं तारीफ । एक खुशी दीपोत्सव, दूजी फसल खरीफ ।। दूजी फसल खरीफ,कृषक में खुशी भारी । हंस-हंस काटें धान, रबी की करते तैयारी ।। रबी फसल फाल्गुन पके, पर्व होला होली । मेला-मढ़ई अहीर नृत्य,पन्द्रह दिन दीवाली ।। ****०**** कवि–लखन कछवाहा ‘स्नेही’ 25-10-2022

लखन कछवाहा स्नेही की गजल पढ़िए

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// ग़ज़ल // —————- धुन- तुम तो ठहरे परदेशी,साथ क्या निभाओगे,……। —-०—–०—- ज्ञान रूपी गहनों से,बच्चों को सजाना है । ज्ञान दीप से ज़ीवन,इनका जगमगाना है ।। —– बगियां-ए-इन्सां सुमन, की बहार हैं बच्चे । ज्ञान रूपी खुशबू से, बगियां महकाना है ।। —– भोले हैं निष्कपट हैं, निष्पाप हैं बच्चे । निर्मलता बच्चों की, … Read more

पिता-माता का ऋण हम पर

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विषय—ऋण/कर्ज विधा— गीत । धुन-स्वातंत्र ———— मनुष्य का तन मिला हमको, फर्ज हमको चुकाना है । मानवी कर्मों को करके, कर्ज हमको चुकाना है ।।1।। —- मनुष्य तन दाता ईश्वर का, हमें गुणगान गाना है । सेवा,सत्संग माध्यम से, कर्ज हमको चुकाना है ।।2।। —- पिता-माता का ऋण हम पर, जगत में सबसे भारी है … Read more

हमें उत्सव मनाना है

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उत्सव==त्यौहार, मंगल कार्य ********************** अनमोल जिंदगी को,खुशी से बिताना है । जिंदगानी के हर लम्हे में, तराना गाना है ।। —– ज़िन्दगी है चार दिन की,मायावी दुनियां में । जितने भी दिन मिलें, हमें उत्सव मनाना है ।। —— उत्सव से ज़िन्दगी में, चार चांद लगते हैं । उत्सव की रस्म,पीढ़ी दर पीढ़ी मनाना है … Read more

रानी आवन्ति बाई लोधी- लखन कछवाहा

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भारत आजादी की जंग-1857 वीरांगना रानी आवन्ति बाई लोधी का योगदान * वतर्ज–आल्हा छंद* सुमर शारदा श्री नारायण, निरंकार का ध्यान लगाय । मात-पिता गुरु सुमिरन करके, सरस्वति चरनन् सिर नाय ।। भारत आजादी की गाथा, आल्हा छंद में रहा सुनाय । अठ्ठारह सौ सनतावन की भारत दुर्दशा सुन लो भाय ।। व्यापारी बन आये … Read more