काश कभी यूँ होता
काश कभी यूँ होता…!! कुछ ना कहूँ जब जब मैं, मेरी ख़ामोशी का तुम लब ढूँढ लेना ! कुछ ना …
काश कभी यूँ होता…!! कुछ ना कहूँ जब जब मैं, मेरी ख़ामोशी का तुम लब ढूँढ लेना ! कुछ ना …
Her body is like a flower, It’s a delicate walkland. the street she passed The street is also a garland. …
गजल ———– मंदिर में रोज माथ नवाने लगा हूॅं मै। कि तेरे लिए मन्नतें माॅंगने लगा हूॅं मै।। तू खुश …
नव वर्ष उषा श्रीवास्तव नव संवत्सर सत संवत्सर कण-कण खुशियाली छाई है, स्वागत है नव शुभ वेला में तुम आ …
नव वर्ष World of writers बुराईयों और बीमारियों को बीते वर्ष में छोड़ चलेंगे, खुशियों और उल्लास के संग नव …
नव वर्ष काव्य प्रतियोगिता! बिधा – गीत! मात्रा भार- 16-14. शीर्षक एबं बिषय- नव वर्ष में नव सृजन! नवल वर्ष …
आया नया साल, हसता हुआ खुशहाल। चलो करे तैयारी, सजाए दुनिया सारी। स्वागतम।।।।सुस्वागतम आओ सब गम भूल जाओ, हो जाओ …
नया साल ______________________ *न* व प्रभात का उद्गम ही तो। *या* दों का है सफर सुहाना।। *सा* रा जीवन हंस-हंसकर …