काश कभी यूँ होता
काश कभी यूँ होता…!! कुछ ना कहूँ जब जब मैं, मेरी ख़ामोशी का तुम लब ढूँढ लेना ! कुछ ना लिख पाऊँ जब , तुम मेरा मन पढ़ लेना !! उदासी मेरे चेहरे पे हो जब, मेरे हिस्से का तुम मुस्कुरा लेना ! ना दिखूँ कभी सामने तो , हवाओं से मेरी हाल पूछ लेना … Read more