नव वर्ष-ऊषा श्रीवास्तव-

नव वर्ष

उषा श्रीवास्तव

नव संवत्सर सत संवत्सर
कण-कण खुशियाली छाई है,
स्वागत है नव शुभ वेला में
तुम आ जाना इसवार प्रिये।

मै राह निहारूगी तेरी
सरसों की पीली क्यारी में,
टेसू के गुच्छे लाल लिए
तुम आ जाना इसवार प्रिये।

मदहोश महक है महुए की
कोयल की कूक निराली है,
अंतर्मन में मधुमास लिए
तुम आ जाना इसवार प्रिये।

चल रही बसंती मन्द- मंद
धरती है रंगी गुलालों से,
अधरों पर मृदुल मुस्कान लिए
तुम आ जाना इसवार प्रिये।

मुजफ्फरपुर, बिहार
9334904712
Ushakiran010102@gmail.com.

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