विश्वकर्मा जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ

विश्वकर्मा जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

निर्धारित यह सतरह सितंबर ,
विश्वकर्मा पूजन यह तय है ।
हो रहे हैं सर्वत्र पूजनोत्सव ,
जहाँ जहाँ विराजित अय हैं ।।
चल रही है हर यंत्रों की पूजा ,
जिनके मालिक हैं विश्वकर्मा ।
ईश विश्वकर्मा से यही प्रार्थना ,
पूरी करें प्रभु सबकी अरमा ।।
सृष्टि की रचना भी करनेवाले ,
देव ब्रह्मा जी ही कहलाते हैं ।
विधान रचते हैं कर्मों के भी ,
विश्वकर्मा तभी बन जाते हैं ।।
ब्रह्मा जी ही होते हैं विश्वकर्मा ,
विश्वकर्मा ने यह विश्व रचा है ।
किसी का जीवन है सुखमय ,
किसी के घर कोहराम मचा है ।।
क्षमा करें आप प्रभु विश्वकर्मा ,
भक्तों के क्लेश आप दूर करें ।
सहर्ष सुखी बीते सबके जीवन ,
तन मन भी स्वस्थ भरपूर करें ।।
सबके मन से अहंकार मिटा दें ,
सबके मन से विकार मिटा दें ।
हर ले आप हर मन क गंदगी ,
इर्ष्या द्वेष के सितार मिटा दें ।।
जबतक जिए सुखमय जिए ,
जीवन में कोई नहीं क्लेश हो ।
जीवन सबका हो परोपकारी ,
हर जीवन आपसी विशेष हो ।।

अरुण दिव्यांश

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