कामयाबियां रब की सौगात है ये नसीब से मिलती हैं
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इस जमाने में जहां भी देखा बस एक ही चलन है
तुम्हारी कामयाबीयो से अब लोगों को बड़ी जलन है।
तुम भी परवाह क्यों करो इस बेपरवाह जमाने की
जब तक तुम्हारे हाथ मे ये सच लिखने वाली कलम है।
हमें यकीन है तुम्हारी मेहनत भी जरूर रंग लाएगी
तुम्हारी कलम रोज करती सच्चाई का सर्जन है।
तुम्हारी कामयाबी अब लोगों को रास नहीं आती
तुम्हारी कामयाबियों से लोगों को होने लगी घुटन है।
शोहरतें पाने के लिए नेकियां भी करनी पड़ती है
नेकियां वही करते हैं जिनको सच्चाई में लगन है।
जमाने को खुशियां बांटने से रुतबा कम नही होता
खुशियां बांटने वालों पर लोग करने लगे सितम है।
कामयाबियां रब की सौगात है ये नसीब से मिलती है
तुम्हारी पाक नेकियों से ही रब से होता मिलन है।
World of Writers
सीताराम पवार
उ मा वि धवली
जिला बड़वानी
9630603339